नमस्कार दोस्तों
दलितों की एक बड़ी भूल थी , अन्ना हजारे जी के आन्दोलन शामिल न होना | जिसे देखो दलित दलित चिल्ला रहा है , क्या दलित अन्ना हजारे जी के साथ नहीं होंगे तो उनका आन्दोलन निरर्थक हो जाता है , अन्ना किसी दलित आन्दोलन के अगुआ नहीं हैं , उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन चलाया हैं , चालाक राजनीतिज्ञ या उनके पिठू आन्दोलन को राह से भटकाने के लिए ऐसी बातें लगातार कर रहे हैं , दलित क्यों नहीं आगे आये क्या वो भ्रष्टाचार से पीड़ित नहीं हैं , क्या जाती देख कर रिश्वत ली जाती है , क्या अन्ना ने दलितों को नहीं बुलाया इस लिए वे नहीं आये , और ऊँची जाती वालों को निमंत्रण भेजा था क्या , दलित भी शामिल हो सकते थे , होना चाहिए था | नहीं हुए ये उनकी गलती है जिसके लिए देश का इतिहास उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा , ये दलितों की एक बड़ी भूल थी , अब खियियाने से कुछ नहीं होता तस्सली रखें , दुबारा आन्दोलन होने पर अपनी भूल सुधारने का मोंका होगा नहीं तो बेकार की अनर्गल बातें न करें
धन्यवाद
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