Thursday, June 23, 2011

sarakar

नमस्कार मित्रो 
                       जैसा की मैंने पहले व कल भी आशंका व्यक्त की थी की सरकार के इरादे ठीक नहीं है , दिग्विजय सिंह के आज के बयान से सरकार की मनसा साफ दिख रही है ! अन्ना के साथ रामदेव जैसे हालत पैदा करने की पूरी कोशिश की जा रही है या की जायेगी , यह अब साफ है ! अन्ना कोई राजनीत के माहिर तो हैं नहीं , जो आज की कूटनीतिक चालों को आसानी से समझ सकें ,पर उनके आस पास के लोंगों को तो यह समझना पड़ेगा कि क्या सोच कर इन्होने सिविल सोसाइटी के ड्राफ्ट को अस्वीकार किया है , मैंने कल भी लिखा था कि कांग्रेश नहीं चाहती कि लोकपाल बने , या काले धन को देश मैं लाया जाये क्योंकि सबसे ज्यादा इन्ही का पैसा बहार जमा है !
            इसका सीधा समाधान है कि सरकार बदलनी होगी तभी लोकपाल बिल , जो अन्ना कहते , बन सकेगा तथा रामदेव बाबा का सपना कि कला धन देश कि संपत्ति हो , पूरा हो पायेगा !कोंकी कुछ राजनीतिक दल अन्ना कि हाँ मैं हाँ मिला रहे हैं , जिनमें कुछ तो नितांत स्वार्थी हैं , जैसे करुना निधि का वयं मैंने सुना , वो व्यक्ति जिसकी खुद कि बेटी , और पार्टी के संसद ऐसे आरोपों मैं जेल मैं है जो देश कि सरकार को सर्मसार करते हैं वो बात कर रहे हैं जो केवल दिखावा है , जो सरकार के विरोध करने क़ी कोशिश भर हैं अतः करूणानिधि से आशा करना मूर्खता होगी !भा जा पा जरूर यही बातें कहती आरही है , इस से लगता है कि वो कुछ साथ दे पाएंगे !
              लोग आर एस एस से न जाने कोण चिड ते हैं ,उन लोंगों ने भी वर्षों से ऐसे अभियानों को चलाया है , पर शायद पूरी ईमानदारी से नहीं चला सके हैं पर हमीं को कुछ सोचना होगा !
                   मैं अपना कम पूरी तरह करूंगा , आप भी करें , मिल कर भ्रटाचार से लड़ें, साथ ही  अन्ना के समर्थन मैं भूख हड़ताल करने वालों को हानि पहुँचाने की सोचने वालों को करारा जबाब दें 
                                                                                                                जय हिंद   

Wednesday, June 22, 2011

Anna Ki Har Nahi Hai

नमस्कार मित्रो 
                         साझा समिति मैं अन्ना हजारे की बात को नहीं स्वीकार किया , इस की आशंका पहले भी मैंने व्यक्त की थी ! १६ अगस्त से अनशन की बात भी सरकार नहीं पचा पा रही है , इस लिए धमकी देने मैं लगे हैं सरकार के मंत्री , पर सोचने वाली बात यह है की लोकपाल बिल की बात हो या काले धन को सार्वजानिक कर उसे रास्ट्रीय संपत्ति घोषित करने की बात हो , जो इस पर कह रहे हैं की ये मांगें मानने लायक नहीं हैं , आव्यव्हारिक हैं वो इस लिए कह रहे हैं की सबसे अधिक वे ही इस से प्रभावित होने वाले हैं !कोई अपने पैरों पर कुल्हाडी क्यों मारेगा ,अपने धन को रास्ट्रीय संपत्ति क्यों होने देगा ! कहा जाता है की धन संपत्ति के लिए लोग अपनी जन पर खेल जाते हैं , ये तो दूसरों की जन से ही खेल रहे हैं !इस लिए यूं पी ए सरकार के मंत्री अपनी रानी , वजीर तथा प्यादों को बचने की अंतिम साँस तक कोशिश करेंगे , परतु हमें भ्रस्टाचार को मिटाना है तो पूरी ताकत लगनी होगी ,क्यों की अब नहीं तो शायद फिर दोबारा बहुत मुश्किल होगी , 
                                                                                                     जय हिंद 

Monday, June 20, 2011

भड़ास blog

भड़ास blog

RASTRA BHAKTON KA APMAN NA KAREN

मेरे प्रिय देश वाशी मित्रों
देश का अपमान करने वाले इन चोर बेईमानो को कभी भी माफ़ नहीं किया जा सकता , मैं तो करूंगा नहीं , पर आप सभी विवेक वान लोंगों से भी अपील करता हूँ की आप भी नहीं करें ,हमें संबिधान मैं जो शक्तियां दी हैं उनका प्रयोग करें , सर्कार के बुद्धिमान मंत्री महोदय कपिल सिब्बल जी कहते हैं की लोकपाल बिल के आजाने से क्या होगा , क्या सड़कें बन पाएंगी ,पानी मिलेगा , रोटी मिलेगी ,पता नहीं लोग उन्हें जबाब क्यों नहीं देते , अन्ना हजारे जी को मैं आज तक पर तथा कल आप की अदालत मैं सुना , जब रजत जी ने यही सबाल किया था , मैं कहता हूँ सिब्बल साहब को की जितना पैसा भ्रष्टाचारियों ने स्विस बैंक मैं जमा कर रखा है , लोकपाल के डंडे से व काले धन पर रोक व वापस लेन के लिए चलाये जारहे अभियान सफल हो गए तो इतना धन देश मैं बापिस आ जायेगा कि देश पर विश्व बैंक का जितना क़र्ज़ है वो उतर जायेगा और १० वर्षों तक चलायी जाने वाली योजनाओं को धन कि व्यवस्था हो जायेगी , अर्थात १० बज़ट तक के लिए पर्याप्त धन होगा , तो सिब्बल साहब १० साल तक सड़कें , बिज़ली ,पानी की व्यवस्था हो जायेगी ,आप चिंता न करो , क्योंकि आपने एसी चिंता करके देश को इस हालत मैं पहुँच दिया है ,
जय हिंद

RASTRA BHAKTON KA APMAN NA KAREN

मेरे प्रिय देश वाशी मित्रों 
                                    देश का अपमान करने वाले इन चोर बेईमानो को कभी भी माफ़ नहीं किया जा सकता , मैं तो करूंगा नहीं , पर आप सभी विवेक वान लोंगों से भी अपील करता हूँ की आप भी नहीं करें ,हमें संबिधान मैं जो शक्तियां दी हैं उनका प्रयोग करें , सर्कार के बुद्धिमान मंत्री महोदय कपिल सिब्बल जी कहते हैं की लोकपाल बिल के आजाने से क्या होगा , क्या सड़कें बन पाएंगी ,पानी मिलेगा , रोटी मिलेगी ,पता नहीं लोग उन्हें जबाब क्यों नहीं देते , अन्ना हजारे जी को मैं आज तक पर तथा कल आप की अदालत मैं सुना , जब रजत जी ने यही सबाल किया था , मैं कहता हूँ सिब्बल साहब को की जितना पैसा भ्रष्टाचारियों ने स्विस बैंक मैं जमा कर रखा है , लोकपाल के डंडे से व काले धन पर रोक व वापस लेन के लिए चलाये जारहे अभियान सफल हो गए तो इतना धन देश मैं बापिस आ जायेगा कि देश पर विश्व बैंक का जितना क़र्ज़ है वो उतर जायेगा और १० वर्षों तक चलायी जाने वाली योजनाओं को धन कि व्यवस्था हो जायेगी , अर्थात १० बज़ट तक के लिए पर्याप्त धन होगा , तो सिब्बल साहब १० साल तक सड़कें , बिज़ली ,पानी की व्यवस्था  हो जायेगी ,आप चिंता न करो , क्योंकि आपने एसी चिंता करके देश को इस हालत मैं पहुँच दिया है , 
                                                                                              जय हिंद  

Friday, June 17, 2011

anna hajare , baba ram dev v/s kendra sarkar ki samvedna


नमस्कार मित्रो
                       एक बात मेरे दिमाग मैं कोंध रही है की बाबा रामदेव के आन्दोलन को कुचलने के बाद सरकार अति उत्साह से भरी है , लोकपाल बिल के बारें मैं जानने वाले लोग देश मैं बहुत कम हैं ,जब कि भ्रष्टचार की बात को समझ ने वाले लोग बहुत थे , फिर भी केंद्र सरकार ने बाबा राम देव के आन्दोलन को कुचलने  की हिमाकत कर दी , अन्ना हजारे जी को भी अब सरकार इसे ही निपटने के चक्कर मैं डोल रही है, धमकियाँ दे रही है कि या तो मन जाओ नहीं तो हम खुद ही बिल ड्राफ्ट कर लेंगे ! बाबा राम देव को  अन्ना हजारे के विरुद्ध उपयोग करने की चाल जो केंद्र ने चली वो फेल हो गयी तो रामदेव के आन्दोलन को कुचल दिया गया , बाबा रामदेव से कहा गया  
अन्ना आप के मंच पर नहीं आने चाहिए , आप प्रधानमंत्री और न्यायाधीशों को लोकपाल से बाहर रखने की सरकार की बात का समर्थन कर दो ,हम आप की मांगें मन लेंगे , बाबा सियासत के मैदान मैं मैं नए हैं , मन गए ,बयान भी दे दिया, पर सरकार मैं बैठे लोग भी घाघ हैं ,अपना कम निकलने पर बाबा को दूध से मख्खी की तरह निकल फैका , अन्ना के साथ इस प्रकार की घटना करने की पूरी आशंका है, कल आज तक पर अन्ना की बात सूनी , १६ अगस्त से अनशन की बात सरकार पचा नहीं परही है , इस लिए सावधानी से ही अनशन को सफल बनाया जा सकता है 
                                                                                                 जय हिंद 

anshan or sarkar ki asavendan sheelta


नमस्कार मित्रो 
                        स्वामी निगमानंद की अनशन के दोरान हुई म्रत्यु इस बात का प्रमाण है की अब सरकारों पर अनशन का कोई असर नहीं होता , चाहे सरकार बी एस पी की हो , भा पा की हो या कांग्रेश की हो ,सब एक ही थाली के चाटते है ,इन को आम आदमी से कोई लेना देना नहीं , स्वामी रामदेव के अनशन के रामलीला मैदान मैं जो घटना हुई उन पर उत्तराँचल सरकार ने कहा था की बाबा यहाँ अनशन कर सकते हैं , तो क्या बाबा रामदेव जी को निगमानंद जी की तरह शहीद कर देते , समय रहते जिस तरह बाबा रामदेव को अस्पताल ले जाया गया क्या उसी तरह से निगम नन्द को नहीं लेजाया जा सकता था
                  दूसरी बात मिडिया की कीजाय तो अन्ना हजारे ,बाबा रामदेव प्रसिद्ध थे तो मिडिया ने कवर किया ,टी आर पी बड़ाई ,पैसा कमाया , किसी मंत्री ,मुख्य मंत्री की कुतिया भी मर जाये तो पूरा मिडिया उसे ब्रेकिंग खबर के रूप मैं दिखाना चालू कर देता है ,तो क्या मिडिया का फर्ज नहीं था की निगमा नन्द के अनशन की खबर प्रकाशित ,प्रसारित कर समर्थन दिया जाता . या कोई आन्दोलन खड़ा किया जाता , या निगमा नन्द के मरने के बाद जो खबर दिखाई जा रही है वो पहले नहीं दिखाई जा सकती थी ,
           सोचिये और अपनी बात रखना सीखो 
                                                                                      जय हिंद