नमस्कार मित्रो
जैसा की मैंने पहले व कल भी आशंका व्यक्त की थी की सरकार के इरादे ठीक नहीं है , दिग्विजय सिंह के आज के बयान से सरकार की मनसा साफ दिख रही है ! अन्ना के साथ रामदेव जैसे हालत पैदा करने की पूरी कोशिश की जा रही है या की जायेगी , यह अब साफ है ! अन्ना कोई राजनीत के माहिर तो हैं नहीं , जो आज की कूटनीतिक चालों को आसानी से समझ सकें ,पर उनके आस पास के लोंगों को तो यह समझना पड़ेगा कि क्या सोच कर इन्होने सिविल सोसाइटी के ड्राफ्ट को अस्वीकार किया है , मैंने कल भी लिखा था कि कांग्रेश नहीं चाहती कि लोकपाल बने , या काले धन को देश मैं लाया जाये क्योंकि सबसे ज्यादा इन्ही का पैसा बहार जमा है !
इसका सीधा समाधान है कि सरकार बदलनी होगी तभी लोकपाल बिल , जो अन्ना कहते , बन सकेगा तथा रामदेव बाबा का सपना कि कला धन देश कि संपत्ति हो , पूरा हो पायेगा !कोंकी कुछ राजनीतिक दल अन्ना कि हाँ मैं हाँ मिला रहे हैं , जिनमें कुछ तो नितांत स्वार्थी हैं , जैसे करुना निधि का वयं मैंने सुना , वो व्यक्ति जिसकी खुद कि बेटी , और पार्टी के संसद ऐसे आरोपों मैं जेल मैं है जो देश कि सरकार को सर्मसार करते हैं वो बात कर रहे हैं जो केवल दिखावा है , जो सरकार के विरोध करने क़ी कोशिश भर हैं अतः करूणानिधि से आशा करना मूर्खता होगी !भा जा पा जरूर यही बातें कहती आरही है , इस से लगता है कि वो कुछ साथ दे पाएंगे !
लोग आर एस एस से न जाने कोण चिड ते हैं ,उन लोंगों ने भी वर्षों से ऐसे अभियानों को चलाया है , पर शायद पूरी ईमानदारी से नहीं चला सके हैं पर हमीं को कुछ सोचना होगा !
मैं अपना कम पूरी तरह करूंगा , आप भी करें , मिल कर भ्रटाचार से लड़ें, साथ ही अन्ना के समर्थन मैं भूख हड़ताल करने वालों को हानि पहुँचाने की सोचने वालों को करारा जबाब दें
जय हिंद